सब धूल बह गई, निखर गये, नहा लिए, पेड़, पहाड़, झाड़ियाँ, लग रहा मानों सबने, पहनी हरी-हरी साड़ियाँ... सब धूल बह गई, निखर गये, नहा लिए, पेड़, पहाड़, झाड़ियाँ, लग रहा मानों सबने, प...
चल रहा जीवन है, बिन इसके, साखी, हम बिन सांसों के बुत है। चल रहा जीवन है, बिन इसके, साखी, हम बिन सांसों के बुत है।
देना जानती है ये भी ईंट का जवाब पत्थर से। देना जानती है ये भी ईंट का जवाब पत्थर से।
कण -कण में जिसकी रहनुमाई है ये पहेली तो सुलझ न पाई है देखो ......फिर बहार आई है। कण -कण में जिसकी रहनुमाई है ये पहेली तो सुलझ न पाई है देखो ......फिर बहार ...
महामारी के इस काल में, क्या-क्या नहीं है झेला । महामारी के इस काल में, क्या-क्या नहीं है झेला ।
तू है नील गगन की रानी। सौंदर्य वस्त्र बदन पर सोहे, तू प्रेम श्रृंगार दीवानी। तू है नील गगन की रानी। सौंदर्य वस्त्र बदन पर सोहे, तू प्रेम श्रृंगार दीवानी।